हाल ही में, यूके के वरिष्ठ बैंकर्स को उनके बोनस प्राप्त करने के लिए लंबा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा। बैंक ऑफ इंग्लैंड की नई योजनाओं के तहत, वित्तीय संकट के बाद निर्धारित की गई पाबंदियों में ढील देने का प्रस्ताव रखा गया है। अब, सबसे वरिष्ठ बैंकर्स को उनके बोनस के लिए आठ साल का इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा, बल्कि उन्हें केवल पांच साल इंतज़ार करना होगा।
ये प्रस्ताव यूके के बैंकिंग क्षेत्र की प्रतिस्पर्धा और विकास को बढ़ावा देने के लिए हैं। बैंकर्स के लिए बोनस का इंतज़ार करने की अवधि कम करने से, न केवल उनकी आय में सुधार होगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि वे जोखिम लेने में अधिक सतर्क रहें।
सम वुड्स, जो कि बैंक ऑफ इंग्लैंड के प्रुडेंशियल रेगुलेशन अथॉरिटी (PRA) के CEO हैं, ने कहा, “बैंकर्स के बोनस पर ये प्रस्ताव यूके की वृद्धि और प्रतिस्पर्धा का समर्थन करेंगे, बिना वित्तीय स्थिरता को नुकसान पहुँचाए।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हमें 2008 के पहले के खतरनाक वेतन संरचनाओं की ओर नहीं लौटना चाहिए।
पिछले साल, यूके ने बैंकर्स बोनस कैप को समाप्त कर दिया था, जो कि 2008 के वित्तीय संकट के बाद की एक प्रमुख सुधार थी। इस सुधार ने अत्यधिक जोखिम लेने को हतोत्साहित करने का प्रयास किया था। अब, PRA और FCA, जो कि इन नियमों में ढील देने के पीछे हैं, का मानना है कि कम बोनस डिफरल अवधि से समस्याएं प्रकट होने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
इन प्रस्तावों के अनुसार, कम वरिष्ठ बैंकर्स को चार साल के बाद उनके बोनस मिलेंगे। इसके अलावा, बैंकर्स पहले वर्ष में भी अपने बोनस का कुछ हिस्सा प्राप्त कर सकेंगे, जो कि तीसरे वर्ष तक न रुकने वाली बात है।
सारा प्रिचार्ड, FCA की कार्यकारी निदेशक ने कहा, “ये महत्वपूर्ण बदलाव नियमों की अनावश्यक दोहराव को खत्म करेंगे और यूके बैंकिंग क्षेत्र की प्रतिष्ठा और प्रतिस्पर्धा को और मजबूत करेंगे।” नए नियमों से उन बैंकर्स की संख्या भी कम होगी, जिन पर वेतन के नियम लागू होंगे, और कंपनियों को यह तय करने में अधिक विवेक मिलेगा कि कौन से कर्मचारी इन नियमों के दायरे में आएंगे।
हालांकि, उच्च वेतन केन्द्र के थिंक टैंक का कहना है कि “बैंकर्स के लिए विशाल बोनस वास्तविक अर्थव्यवस्था में बैंकों के ग्राहकों पर लागत डालते हैं और जोखिम भरे और अस्थिर व्यवहार को प्रोत्साहित करते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि डिफरल अवधि को कम करने के बावजूद बोनस में कमी नहीं आती है, तो यह बैंकर्स के वेतन के असामान्य शासन का एक और संकेत होगा।
इस प्रकार, बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा प्रस्तावित ये बदलाव यूके बैंकिंग क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। ये न केवल बैंकर्स के लिए वित्तीय लाभ लाएंगे, बल्कि इससे वित्तीय स्थिरता को भी बनाए रखने में मदद मिलेगी। भविष्य में, अगर ये प्रस्ताव लागू होते हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ये असामान्य वेतन संरचनाओं को सही दिशा में ले जाएंगे या नहीं।
1. बोनस डिफरल अवधि क्या होती है?
बोनस डिफरल अवधि वह समय है जिसके दौरान एक बैंकर्स को उनके बोनस का भुगतान नहीं किया जाता है। यह अवधि आमतौर पर जोखिम प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित की जाती है।
2. नए प्रस्तावों के तहत बैंकर्स को कब बोनस मिलेगा?
नए प्रस्तावों के अनुसार, सबसे वरिष्ठ बैंकर्स को अपने बोनस के लिए केवल पांच साल इंतज़ार करना होगा, जबकि कम वरिष्ठ बैंकर्स को चार साल बाद बोनस मिलेगा।
3. क्या ये प्रस्ताव वित्तीय स्थिरता को प्रभावित करेंगे?
बैंक ऑफ इंग्लैंड का मानना है कि ये प्रस्ताव वित्तीय स्थिरता को बनाए रखते हुए विकास और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देंगे।
4. क्या बोनस कैप हटाने का कोई प्रभाव पड़ा है?
हाँ, बोनस कैप हटने के बाद बैंकर्स को अधिक लचीलापन मिला है, जिससे उनके वेतन संरचना में बदलाव आया है।
5. क्या ये बदलाव सभी बैंकर्स पर लागू होंगे?
नए नियमों के तहत, कुछ बैंकर्स पर ही ये नियम लागू होंगे, और कंपनियों को यह तय करने में अधिक विवेक मिलेगा कि कौन से कर्मचारी इन नियमों के दायरे में आएंगे।
6. अन्य देशों में बोनस डिफरल अवधि कैसी है?
यूरोपीय संघ में, बैंकर्स के बोनस आमतौर पर तीन से पांच वर्षों के लिए डिफर्ड होते हैं, जबकि अमेरिका में इस पर कोई पाबंदी नहीं है।
7. क्या इन प्रस्तावों के तहत बोनस पर कोई बदलाव होगा?
हाँ, प्रस्तावों के अनुसार, बैंकर्स को पहले वर्ष में भी अपने बोनस का कुछ हिस्सा मिल सकेगा, जिससे उनका वित्तीय प्रोत्साहन बढ़ेगा।
8. क्या इन नियमों का उल्लंघन करने पर कोई दंड है?
हाँ, यदि बैंक या बैंकर्स इन नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उन्हें दंड का सामना करना पड़ सकता है, जो कि वित्तीय स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
9. क्या ये बदलाव जोखिम प्रबंधन को प्रभावित करेंगे?
हाँ, नए नियमों के तहत, बोनस को जोखिम प्रबंधन की विफलताओं से भी जोड़ा जाएगा, जिससे बैंकर्स को अधिक जिम्मेदारी से काम करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
10. क्या ये प्रस्ताव भविष्य में फिर से बदल सकते हैं?
हाँ, वित्तीय बाजारों और आर्थिक स्थितियों के आधार पर, इन प्रस्तावों में भविष्य में बदलाव संभव है।
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