इटली के ऐतिहासिक शहर फिउग्गी में चल रहे G7 विदेश मामलों के मंत्रियों के शिखर सम्मेलन ने एक बार फिर से वैश्विक शांति के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया है। इस सम्मेलन में न केवल प्रमुख औद्योगिक राष्ट्रों के नेता शामिल हैं, बल्कि अरब देशों के प्रमुख भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। मध्य पूर्व और यूक्रेन में चल रहे संघर्षों के बीच, इन नेताओं पर शांति की दिशा में ठोस कदम उठाने का दबाव बढ़ता जा रहा है।
G7 मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस बैठक का मुख्य फोकस गाजा और लेबनान में संघर्ष विराम की दिशा में प्रगति करना है। जब G7 मंत्रियों का सम्मेलन शुरू हुआ, तब इजराइल के अमेरिका में राजदूत माइक हर्ज़ोग ने इजराइली आर्मी रेडियो से कहा कि इजराइल और हिज़्बुल्ला के बीच लड़ाई रोकने के लिए एक संघर्ष विराम समझौता कुछ ही दिनों में अंतिम रूप ले सकता है।
इतालवी विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “उम्मीद करते हैं कि यह सच है और अंतिम पल में कोई पीछे नहीं हटेगा।” इस बार G7 मंत्रियों के साथ सऊदी अरब, मिस्र, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात और कतर के मंत्री भी शामिल हैं, जिन्हें “अरब क्विंटेट” कहा जाता है, साथ ही अरब लीग के महासचिव भी इस बैठक में हैं।
जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफदी ने सम्मेलन में कहा, “हमें एक स्थायी संघर्ष विराम की आवश्यकता है। यह हत्या को रोक देगा, विनाश को रोकेगा और जीवन में सामान्यता की भावना को बहाल करेगा।” वहीं, मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलअत्ती ने reaffirm किया कि काहिरा अगले सोमवार को गाजा के लिए अंतरराष्ट्रीय सहायता जुटाने के लिए एक मंत्री-स्तरीय सम्मेलन की मेज़बानी करेगा।
विश্ব के प्रमुख औद्योगिक देशों ने इजराइल और हिज़्बुल्ला के बीच संघर्ष विराम की संभावना पर सतर्क आशावाद व्यक्त किया। ताजानी ने पत्रकारों से कहा, “हर कोई दोनों परिदृश्यों में संघर्ष विराम का समर्थन करता है,” और इटली ने लेबनान में किसी भी संघर्ष विराम समझौते की देखरेख करने के लिए और अधिक शांति सैनिकों की भूमिका निभाने की पेशकश की।
हालांकि, ताजानी ने पिछले हफ्ते G7 एजेंडे में एक और मुद्दा जोड़ते हुए बताया कि अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, उनके पूर्व रक्षा मंत्री और हमास के सैन्य प्रमुख के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। रोम स्थित अंतर्राष्ट्रीय मामलों के संस्थान की निदेशक नाथाली टोक्की ने चेतावनी दी कि ICC वारंट को G7 एजेंडे में शामिल करना एक जोखिम भरा कदम है क्योंकि अमेरिका इस न्यायालय का एकमात्र सदस्य है जो इसके अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं करता है।
ताजानी ने बाद में स्वीकार किया कि G7 सदस्यों के बीच इजराइल के मुद्दे पर सहमति नहीं बनी है। “हम यह भी सहमत नहीं हो सकते हैं कि उनकी सरकार ने 7 अक्टूबर के नरसंहार के बाद कैसे प्रतिक्रिया दी, लेकिन अब हमें नेतन्याहू के साथ शांति लाने के लिए काम करना होगा,” ताजानी ने कहा।
ये शीर्ष राजनयिक नए अमेरिकी प्रशासन के गठन से पहले आखिरी बार मिल रहे हैं, जिससे उनकी बातचीत की महत्वता और भी बढ़ जाती है।
इस G7 शिखर सम्मेलन का उद्देश्य न केवल वर्तमान संघर्षों को समाप्त करना है, बल्कि भविष्य की स्थिरता और शांति के लिए एक ठोस आधार तैयार करना भी है। विश्व के नेताओं की इस बैठक से यह स्पष्ट होता है कि वे एकजुटता के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं, लेकिन रास्ता आसान नहीं होगा। भविष्य में, यदि संघर्ष विराम की दिशा में कोई प्रगति होती है, तो यह न केवल क्षेत्रीय स्थिरता में बल्कि वैश्विक शांति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
G7 शिखर सम्मेलन का उद्देश्य क्या है?
G7 शिखर सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करना और समाधान खोजना है, विशेष रूप से संघर्ष और आर्थिक स्थिरता के क्षेत्रों में।
इस सम्मेलन में कौन-कौन से देश शामिल हैं?
इस सम्मेलन में G7 देशों के साथ-साथ सऊदी अरब, मिस्र, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात और कतर शामिल हैं।
संघर्ष विराम की आवश्यकता क्यों है?
संघर्ष विराम की आवश्यकता हत्या और विनाश को रोकने, और सामान्य जीवन की स्थिति को बहाल करने के लिए है।
इटली की भूमिका क्या है?
इटली ने लेबनान में संघर्ष विराम समझौते की देखरेख करने के लिए शांति सैनिकों को भेजने की पेशकश की है।
अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) क्या है?
ICC एक अंतरराष्ट्रीय न्यायालय है जो युद्ध अपराध, मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार के मामलों में न्याय प्रदान करता है।
नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट क्यों जारी किया गया?
ICC ने नेतन्याहू और अन्य इजराइली नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट उन कार्यों के लिए जारी किया जो युद्ध अपराधों के अंतर्गत आते हैं।
इस सम्मेलन से वैश्विक शांति पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?
यदि सम्मेलन में ठोस निर्णय लिए जाते हैं, तो यह क्षेत्रीय और वैश्विक शांति को बढ़ावा दे सकता है।
क्या यह सम्मेलन भविष्य में और भी महत्वपूर्ण होगा?
जी हां, नए अमेरिकी प्रशासन के गठन के बाद यह सम्मेलन और भी महत्वपूर्ण हो सकता है।
क्या संघर्ष विराम की संभावना है?
विभिन्न नेताओं की टिप्पणियों के अनुसार, संघर्ष विराम की संभावना बनी हुई है, लेकिन इसे सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
इस सम्मेलन की अगली बैठक कब होगी?
अगली बैठक अगले सोमवार को काहिरा में अंतरराष्ट्रीय सहायता जुटाने के लिए होगी।
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