फ्रांस के प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर ने हाल ही में एक चेतावनी दी है कि उनके देश को वित्तीय बाजारों में एक “तूफान” का सामना करना पड़ सकता है। यह संकट तब उत्पन्न हो सकता है, जब राजनीतिक स्पेक्ट्रम के विभिन्न दलों के विधायक उनके सरकार के बजट प्रस्तावों को अस्वीकार करते हैं। यदि ऐसा होता है, तो बार्नियर की राजनीतिक स्थिरता खतरे में पड़ जाएगी।
प्रधानमंत्री बार्नियर का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि क्या फ्रांस की दूर-दराज की नेता, मरीन ले पेन एक संभावित नहीं-विश्वास मत के लिए समर्थन देंगी। वह अगले कुछ दिनों और हफ्तों में 2025 के सरकारी और सामाजिक सुरक्षा बजट विधेयकों के अंतिम संस्करण पेश करने वाले हैं। बार्नियर ने फ्रांसीसी टीवी चैनल TF1 के साथ एक साक्षात्कार में कहा, “यदि नहीं-विश्वास मत होता है, तो वित्तीय बाजारों में गंभीर turbulences आने की संभावना है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि “यदि सरकार गिरती है, तो आपातकालीन उपाय किए जाएंगे,” लेकिन यह उपाय पूरे वर्ष को कवर नहीं कर सकेंगे। बार्नियर ने यह टिप्पणी तब की, जब राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कथित तौर पर कहा कि उन्हें विश्वास है कि ले पेन अपनी धमकियों को पूरा करेंगी और बार्नियर जल्द ही पद छोड़ देंगे। हालांकि, मैक्रों के कार्यालय ने इस टिप्पणी को खारिज कर दिया।
बार्नियर ने यह भी बताया कि उन्हें शायद संविधान के प्रावधान 49.3 का उपयोग करना पड़ेगा, ताकि वह संसद के मतदान को दरकिनार कर अगले साल का बजट लागू कर सकें। उनका सरकार निचले सदन में बहुमत नहीं रखती है। हालांकि, इस उपकरण का उपयोग करने से नहीं-विश्वास मत की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिसके लिए दोनों, दूर-दराज और वामपंथी गठबंधन, न्यू पॉपुलर फ्रंट का समर्थन मिलना आवश्यक है।
दोनों ही समूहों ने बार्नियर के बजट प्रस्तावों की आलोचना की है। बार्नियर ने कहा कि उनका लक्ष्य अगले वर्ष के लिए बजट घाटे को जीडीपी के लगभग 5% तक लाना है, जबकि 2024 में यह 6.2% रहने की उम्मीद है। इसके लिए वह €60 billion की कटौती और अतिरिक्त कर लगाने की योजना बना रहे हैं।
मंगलवार को, यूरोपीय आयोग ने उनके योजना को “वास्तविक और विश्वसनीय” करार दिया।
इस प्रकार, बार्नियर की स्थिति नाजुक है और यदि उन्हें संसद के समर्थन की कमी का सामना करना पड़ता है, तो वित्तीय बाजारों में तूफान आ सकता है। यह स्थिति न केवल फ्रांस के लिए, बल्कि पूरे यूरोपीय संघ के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकती है। अब देखना यह है कि क्या बार्नियर अपने बजट प्रस्तावों को लागू करने में सफल होते हैं या उन्हें राजनीतिक संकट का सामना करना पड़ता है।
क्या मिशेल बार्नियर की सरकार गिर सकती है?
हाँ, यदि नहीं-विश्वास मत पास होता है, तो उनकी सरकार गिर सकती है।
मरीन ले पेन का क्या भूमिका है?
मरीन ले पेन का समर्थन बार्नियर की सरकार के भविष्य को प्रभावित कर सकता है।
बजट घाटा घटाने का बार्नियर का लक्ष्य क्या है?
उनका लक्ष्य अगले वर्ष के बजट घाटे को जीडीपी के 5% तक लाना है।
क्या 49.3 प्रावधान का इस्तेमाल किया जाएगा?
हाँ, बार्नियर इसे संसद के मतदान को दरकिनार करने के लिए उपयोग करने की योजना बना रहे हैं।
यूरोपीय आयोग ने उनके बजट योजना के बारे में क्या कहा?
यूरोपीय आयोग ने उनकी योजना को “वास्तविक और विश्वसनीय” करार दिया है।
फ्रांस में राजनीतिक संकट का प्रभाव क्या होगा?
यदि सरकार गिरती है, तो वित्तीय बाजारों में गंभीर turbulences आ सकती हैं।
क्या बार्नियर को नए करों का सामना करना होगा?
हाँ, वह अपने बजट को संतुलित करने के लिए नए कर लगाने की योजना बना रहे हैं।
क्या राष्ट्रपति मैक्रों ने बार्नियर के बारे में कुछ कहा था?
कहा गया था कि उन्होंने बार्नियर के जल्द ही पद छोड़ने की संभावना जताई थी, लेकिन उनके कार्यालय ने इसे खारिज किया है।
क्या फ्रांस के बजट प्रस्तावों की आलोचना हुई है?
हाँ, दोनों दूर-दराज और वामपंथी गठबंधन ने बार्नियर के प्रस्तावों की आलोचना की है।
फ्रांस के वित्तीय बाजारों पर संकट का क्या असर होगा?
संकट के परिणामस्वरूप वित्तीय बाजारों में अत्यधिक अस्थिरता आ सकती है।
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