2023 में, थाईलैंड में एक नयी सरकार ने लोगों को सीधे लाभ देने का बड़ा वादा किया। इस योजना का मुख्य आकर्षण था एक डिजिटल वॉलेट स्कीम, जिसके तहत थाईलैंड के अधिकांश वयस्कों को 10,000 Baht ($288) का एक बार का भुगतान किया जाएगा। इस कार्यक्रम की कुल लागत लगभग 14 बिलियन डॉलर अनुमानित की गई थी। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि क्या सरकार अब भी इस तरह के खर्च के लिए प्रतिबद्ध है, खासकर जब थाईलैंड के राजनीतिक हालात पिछले कुछ महीनों में स्थिर नहीं रहे हैं।
प्रधानमंत्री स्रेत्था थाविसिन, जो डिजिटल वॉलेट के समर्थक थे, अब कार्यालय में नहीं हैं। चुनावों के बाद, थाईलैंड की राजनीति में स्थिरता का अभाव रहा है। हालाँकि, जैसे-जैसे थाईलैंड 2025 के वित्तीय वर्ष के लिए बजट को अंतिम रूप दे रहा है, यह स्पष्ट है कि सरकार अभी भी डिजिटल वॉलेट जैसे मांग-आधारित प्रोत्साहनों पर खर्च करने की योजना बना रही है।
यह कभी स्पष्ट नहीं था कि थाईलैंड एक ही वर्ष में 14 बिलियन डॉलर के नकद भुगतान को कैसे वित्तपोषित करेगा। 2022 और 2023 में, सरकार ने लगभग 17 बिलियन डॉलर के वित्तीय घाटे का सामना किया। ऐसे में, जब आर्थिक वृद्धि कम और ब्याज दरें उच्च हैं, तब इस तरह के खर्च का बढ़ाना समझ में नहीं आता।
अप्रैल तक, राजनीतिक हलचल से पहले ही, सरकार ने इस वित्तीय वास्तविकता को स्वीकार करते हुए डिजिटल वॉलेट भुगतान को दो वर्षों में विभाजित करने की योजना बनाई। पहले चरण में, इस योजना के तहत लगभग 145 बिलियन Baht ($4.2 बिलियन) का वितरण किया गया। इस भुगतान के लिए 2024 के वित्तीय बजट से राशि निकाली गई, जिसके परिणामस्वरूप 2024 के लिए घाटा लगभग 18.3 बिलियन डॉलर तक पहुँच गया।
यह कोई नई बात नहीं है कि थाईलैंड अब अधिक खर्च करने के लिए प्रतिबद्ध है। 2025 का बजट 3.75 ट्रिलियन Baht ($109 बिलियन) निर्धारित किया गया है, जो 2024 की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत अधिक है। यह खर्च बढ़ता जा रहा है, जबकि आर्थिक वृद्धि धीमी है। थाईलैंड का मुख्य आर्थिक गतिविधि निर्यात है, लेकिन वैश्विक मांग में कमी आ रही है, जो थाईलैंड की निर्यात-आधारित अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी समस्या है।
जनता का कर्ज जीडीपी के प्रतिशत के रूप में तेजी से बढ़ रहा है। मई 2021 में, थाईलैंड का कर्ज-से-जीडीपी अनुपात 55 प्रतिशत था। अगस्त 2024 तक, यह अनुपात बढ़कर 64 प्रतिशत हो गया है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब सरकार डिजिटल वॉलेट जैसे बड़े खर्च कार्यक्रमों के वित्तपोषण के लिए उधारी ले रही है।
यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि डिजिटल वॉलेट ने आर्थिक वृद्धि को कितना बढ़ावा दिया है। लेकिन यह स्पष्ट है कि थाईलैंड में धीमी आर्थिक वृद्धि के समय वित्तीय घाटे का सामना करना एक चुनौती है, और निर्यात, जो आर्थिक गतिविधियों का मुख्य इंजन है, अनिश्चितता में है।
इस सब के बीच, थाईलैंड की सरकार बड़े खर्च करने के प्रति प्रतिबद्ध दिखाई देती है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि ये खर्च कैसे और कब आर्थिक वृद्धि को प्रभावित करेंगे। क्या थाईलैंड अपनी वित्तीय स्थिरता बनाए रख पाएगा, या यह घाटा और बढ़ेगा? भविष्य के दृष्टिकोण में यह देखने की आवश्यकता है।
1. डिजिटल वॉलेट योजना का उद्देश्य क्या है?
डिजिटल वॉलेट योजना का उद्देश्य थाईलैंड के वयस्कों को एक बार का नकद भुगतान प्रदान करना है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
2. इस योजना की कुल लागत कितनी है?
इस योजना की कुल लागत लगभग 14 बिलियन डॉलर अनुमानित की गई है।
3. थाईलैंड का कर्ज-से-जीडीपी अनुपात क्या है?
अगस्त 2024 तक, थाईलैंड का कर्ज-से-जीडीपी अनुपात 64 प्रतिशत तक बढ़ गया है।
4. क्या सरकार अभी भी डिजिटल वॉलेट पर खर्च करने की योजना बना रही है?
हाँ, सरकार ने 2025 में डिजिटल वॉलेट के दूसरे चरण के लिए खर्च करने की योजना बनाई है।
5. क्या यह योजना आर्थिक वृद्धि को प्रभावित करेगी?
यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि यह योजना आर्थिक वृद्धि को कितना प्रभावित करेगी।
6. थाईलैंड का वर्तमान वित्तीय घाटा क्या है?
2024 के लिए, वित्तीय घाटा लगभग 18.3 बिलियन डॉलर तक पहुँच गया है।
7. ये खर्च कैसे फंड किए जा रहे हैं?
सरकार इन खर्चों को उधारी और बजट से वित्तपोषित कर रही है।
8. क्या थाईलैंड की अर्थव्यवस्था स्थिर है?
थाईलैंड की अर्थव्यवस्था स्थिर नहीं है, और धीमी आर्थिक वृद्धि का सामना कर रही है।
9. क्या वैश्विक मांग में कमी का प्रभाव है?
हाँ, वैश्विक मांग में कमी थाईलैंड की निर्यात-आधारित अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी समस्या है।
10. सरकार का अगला कदम क्या होगा?
सरकार का अगला कदम डिजिटल वॉलेट के दूसरे चरण को लागू करना और वित्तीय स्थिरता बनाए रखना होगा।
Tags: थाईलैंड, डिजिटल वॉलेट, वित्तीय घाटा, आर्थिक वृद्धि, कर्ज, बजट, Srettha Thavisin, 2025, 2024, Baht, GDP
“`