हाल ही में, भारतीय शेयर बाजार में कई कंपनियों के लिए IPO का एक नया दौर शुरू होने जा रहा है। ब्लैकस्टोन के अधीन अंतर्राष्ट्रीय जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (IGI) सहित सात कंपनियों को Securities and Exchange Board of India (SEBI) से अपने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए अंतिम स्वीकृति मिल गई है। इस लेख में, हम इन कंपनियों के IPO के विवरण और उनकी संभावनाओं पर गौर करेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (भारत) लिमिटेड, जो प्राकृतिक और प्रयोगशाला-उत्पादित हीरों की सबसे बड़ी प्रमाणन और मान्यता प्रदाता है, ₹4,000 करोड़ का IPO लाने की योजना बना रही है। कंपनी का उद्देश्य इस पूंजी का उपयोग IGI बेल्जियम और IGI नीदरलैंड्स के 100 प्रतिशत शेयर पूंजी को अधिग्रहित करने के लिए करना है। इसके बाद, IGI कंपनी का वैश्विक संचालन संभालेगी।
इस IPO में, ₹1,250 करोड़ के नए मुद्दे और ₹2,750 करोड़ का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल है। इसमें 75% शेयर Qualified Institutional Buyers (QIBs) के लिए, 15% Non-Institutional Investors (NIIs) के लिए, और 10% खुदरा निवेशकों के लिए आवंटित किए जाएंगे।
कॉनकॉर्ड एनवायरो सिस्टम्स लिमिटेड, जो एक जल और अपशिष्ट उपचार समाधान प्रदाता है, ₹192.3 करोड़ के ताजगी शेयरों का एक नया मुद्दा और 51.94 लाख शेयरों का OFS पेश कर रहा है। कंपनी के पास विभिन्न उद्योगों में 353 से अधिक घरेलू और 24 अंतर्राष्ट्रीय ग्राहक हैं।
कंपनी के प्रमोटर, गोयल परिवार, जो 60.93% हिस्सेदारी रखते हैं, OFS के तहत 4,54,520 शेयर बेचना चाहते हैं।
वेंटीव हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड, जो लक्ज़री हॉस्पिटैलिटी संपत्तियों में विशेषज्ञता रखती है, ₹2,000 करोड़ का IPO लाने की योजना बना रही है। इसके पोर्टफोलियो में भारत और मालदीव में 11 परिचालन हॉस्पिटैलिटी संपत्तियां शामिल हैं, जिनमें कुल 2,036 कमरे हैं।
कैरेरो इंडिया, जो कृषि ट्रैक्टरों और निर्माण वाहनों के लिए एक्सल और ट्रांसमिशन सिस्टम का निर्माण करता है, ₹1,811.65 करोड़ का IPO लाने जा रहा है। पूरी तरह से OFS के माध्यम से यह राशि जुटाई जाएगी।
बेंगलुरु स्थित ट्रुअल्ट बायोएनर्जी, जो भारत में एक प्रमुख बायोफ्यूल उत्पादक है, ₹750 करोड़ का ताजगी शेयर और 36 लाख शेयरों का OFS पेश कर रहा है। कंपनी का लक्ष्य अपने एथेनॉल संयंत्र के लिए अतिरिक्त कच्चे माल के रूप में अनाज का उपयोग करना है।
स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेस लिमिटेड, जो प्रबंधित परिसरों और कार्यालय अनुभवों की पेशकश करता है, ₹550 करोड़ के नए शेयरों का एक मुद्दा ला रहा है।
वारबर्ग पिंकस द्वारा समर्थित ईकॉम एक्सप्रेस लिमिटेड, ₹2,600 करोड़ के कुल IPO के लिए ताजगी शेयरों और OFS का एक मिश्रण पेश कर रहा है।
ये सभी कंपनियां भारतीय शेयर बाजार में एक नई ऊर्जा लाने के लिए तैयार हैं। इन IPOs के माध्यम से जुटाई जाने वाली धनराशि केवल उनकी विकास योजनाओं का समर्थन नहीं करेगी, बल्कि निवेशकों के लिए भी नए अवसर प्रदान करेगी।
1. IPO क्या है?
IPO (Initial Public Offering) एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से एक निजी कंपनी अपने शेयरों को सार्वजनिक निवेशकों को बेचती है, जिससे वह पूंजी जुटा सकती है।
2. SEBI का क्या कार्य है?
SEBI (Securities and Exchange Board of India) भारतीय प्रतिभूति बाजार को विनियमित करने और निवेशकों के हितों की रक्षा करने के लिए जिम्मेदार है।
3. OFS क्या है?
OFS (Offer for Sale) का मतलब है कि कंपनी के मौजूदा शेयरधारक अपने शेयरों को बेचने के लिए बाजार में पेश करते हैं।
4. QIBs और NIIs क्या हैं?
QIBs (Qualified Institutional Buyers) वे संस्थागत निवेशक होते हैं जो बड़े पैमाने पर निवेश कर सकते हैं, जबकि NIIs (Non-Institutional Investors) व्यक्तिगत या छोटे निवेशक होते हैं।
5. IPO में निवेश कैसे करें?
आप अपने ब्रोकर के माध्यम से IPO में निवेश कर सकते हैं, जिसमें आपको आवेदन पत्र भरने और आवश्यक दस्तावेज़ प्रदान करने होंगे।
6. IPO के लाभ क्या हैं?
IPO में निवेश करने से आपको कंपनी के विकास में भाग लेने का अवसर मिलता है और यह दीर्घकालिक लाभ के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
7. क्या IPO में निवेश करना सुरक्षित है?
IPO में जोखिम होते हैं, और निवेशकों को कंपनी के प्रदर्शन और बाजार की स्थिति का विश्लेषण करना चाहिए।
8. IPO के बाद शेयर की कीमत कैसे निर्धारित होती है?
IPO के बाद शेयर की कीमत बाजार की मांग और आपूर्ति के आधार पर निर्धारित होती है।
9. क्या मैं IPO में एकमुश्त निवेश कर सकता हूँ?
जी हां, आप IPO में एकमुश्त निवेश कर सकते हैं, लेकिन यह सलाह दी जाती है कि आप अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार निवेश करें।
10. IPO में निवेश का सबसे अच्छा समय कब है?
IPO में निवेश का सबसे अच्छा समय तब होता है जब कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हो और बाजार में सकारात्मक माहौल हो।
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